लेखनी प्रतियोगिता -29-Mar-2022क्षणभुंगर जीवन

1 Part

348 times read

15 Liked

हे मानव तू इतना गुमांन क्यौ करता है। अपने आगे हर किसी को तुच्छ समझता है।। तू बुरे भले का भेद नहीं कर सकता है। तू ऊपरवाले से भी तनिक नहीं ...

×